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ढोगी बाबा के एक शब्द  से 122 लोगों की गई जान, कार्यक्रम खत्म के बाद जाते समय बोलें मेरे चरणों की धूल ले जाना, धूल लेने मची थी भगदड़

webmorcha ढोगी बाबा

हाथरस। ढोगी बाबा सूरज पाल उर्फ बाबा साकार हरि का एक शब्द से 122 लोगों की जान चली गई। आखिर देश में इन बाबाओं की ऐसे कार्यक्रमों पर रोक कब लगेगी! यहीं नहीं इन बाबाओं का सीधा कनेक्शन राजनीतिक गलियारों तक होती है। ढोगी बाबा ने कार्यक्रम से उठने के समय भोले-भाले लोगों से कहा कि मेरे चरणों की धूल अपने साथ ले जाना और घर में जिसे भी परेशानी है उसके माथे पर लगा देना ठीक हो जाएगा। ऐसा बोलते ही चरणों की धूल लेने के लिए भगदड़ मच गई।

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यूपी के हाथरस ढोगी बाबा कांड में करीब 116 लोगों की मौत हो गई. सत्संग में मची भगदड़ में किसी का सुहाग उजड़ गया तो किसी की गोद सुनी हो गई. अस्पताल के बाहर रोते-बिलखते लोग अपनों को ढूंढ रहे हैं. चारों ओर हाहाकार मचा है. आखिर सत्संग में क्यों गए, लाशों के ढेर देखकर लोग अब खुद को कोस रहे हैं. हाथरस भगदड़ कांड के कई घंटे बीत चुके हैं. मगर अब भी पुलिस के हाथ खाली हैं. जी हां, जिस बाबा के सत्संग में लाशों का अंबार लग गया, वह अब भी पुलिस की गिरफ्त से गायब है.

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बाबा साकार हरि के कार्यक्रम

यूपी पुलिस ढोगी बाबा यानी सूरजपाल को ढूंढने में लगी है. मगर उसका कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है. भक्तों की मौत पर भी उसका दिल नहीं पसीज रहा. वह पुलिस से भाग रहा है. भक्तों को देखने तक नहीं आ रहा. पुलिस के साथ लुका-छिपी का खेल खेल रहा है. अब सवाल उठता है कि आखिर बाबा गया तो गया कहां. आखिर भक्तों की लाश देखकर भी उसका दिल क्यों नहीं पसीज रहा. क्यों नहीं सामने आता. क्यों नहीं पुलिस की मदद करता, क्यों नहीं अपने भक्तों अथवा फॉलोअर्स के जख्मों पर मरहम लगा रहा है?

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हाथरस सत्संग वाले ढोगी बाबा का पूरा नाम भोले बाबा नारायण साकार विश्व हरि है. उसका असली नाम सूरजपाल है. वह यूपी में ही कहीं छिपा है. मगर पुलिस को ठिकाने की सटीक जानकारी नहीं है. यूपी पुलिस उसे ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है. पुलिस को शक था कि वह मैनपुरी जिले के बिछवा इलाके में स्थित रामकुटी आश्रम में छिपा है. पुलिस ने पकड़ने को जाल बिछाया. आश्रम पर बड़ा सर्च अभियान चलाया. आश्रम के कैंपस की पूरी तरह से तलाशी ली गई, मगर पुलिस को कामयाबी नहीं मिली.

मैनपुरी आश्रम में नहीं मिला बाबा

जी हां, रामकुटिर चैरिटेबल ट्रस्ट के आश्रम में भी ढोगी बाबा सूरजपाल नहीं मिला. इस बाबत डिप्टी एसपी सुनील कुमार ने खुलासा किया कि आश्रम में छापेमारी के दौरान बाबा नहीं मिला. उन्होंने कहा, ‘हमें बाबाजी कैंपस के भीतर नहीं मिले. वह यहां नहीं हैं.’ पुलिस जब सर्च अभियान चला रही थी, तब आश्रम के पास बड़ी संख्या में बाबा के भक्त मौजूद थे. पुलिस की टीम चारों ओर फैल चुकी है और बाबा को पकड़ने में जुटी है.

पुलिस ने जाल बिछाया, पर चकमा दे गया

दरअसल, पुलिस को खबर थी कि हाथरस कांड वाला ढोगी बाबा नारायण साकार विश्‍व बाबा हरि की मैनपुरी जिले के बिछवा इलाके में स्थित रामकुटी आश्रम में छिपा है. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए पूरी योजना बनाई. पुलिस की टीम ने बाबा को पकड़ने के लिए रामकुटी आश्रम को चारों तरफ से घेर लिया है. यहां कई थानों की टीम मौजूद थी. आश्रम के भीतर काफी संख्या में ढोगी बाबा के फॉलोअर्स थे. काफी समय तक पुलिस अंदर नहीं प्रवेश कर पाई. मगर किसी तरह जब पुलिस आश्रम के भीतर पहुंची तो बाबा वहां नहीं मिला. बताया जा रहा है कि वहां से भी पुसिस को चकमा देकर बाबा फरार हो गया. मीडिया को भी आश्रम के भीतर नहीं जाने दिया गया.

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