आज सूर्य करेंगे गोचर, इन राशियों की होगी बल्ले-बल्ले

सूर्य

आज सूर्य करेंगे गोचर: 14 जनवरी 2025। आज ‘मंगलवार को ग्रह-नक्षत्र की बात करें तो मकर संक्रांति के दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करेंगे साथ ही आज से खरमास समाप्त होगा। ऐसे में मानव जीवन पर भी प्रभाव होगा। आइए जानते हैं (मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन).. आइए जानते हैं भविष्यफल…

मेष राशि

सूर्य गोचर से दशम भाव में सूर्य के आने पर धन, स्वास्थ्य, मित्र आदि का सुख प्राप्त होता है। राज्याधिकारियों और प्रतिष्ठित लोगों से मित्रता बढ़ती है। पदोन्नति का अवसर मिलता है। मान, गौरव, प्रताप बढ़ता है।

वृष राशि

सूर्य गोचर से नवम स्थान में सूर्य के आने पर आय की कमी, रोग एवं अशांति उत्पन्न हो सकती है। झूठा आरोप, बिना कारण धन और पुण्य की हानि के साथ ही बड़ों तथा मित्रों एवं भाइयों से विरोध रहता है।

मिथुन राशि

सूर्य गोचर से अष्टम स्थान में सूर्य के आने पर जातक को पूर्व में किए गए बुरे कर्मों का फल मिलता है। शत्रुओं से झगड़ा होता है, शरीर में पीड़ा रहती है, अधिक खर्च होता है और अपमान का विशेष भय रहता है।

कर्क राशि

सूर्य गोचर से सातवें स्थान में सूर्य के आने से दांपत्य जीवन में वैमनस्य की उत्पत्ति होती है और कष्टकारी यात्राएं करनी पड़ती हैं। उदर पीड़ा, सिर दर्द आदि से कष्ट हो सकता है तथा मानहानि भी संभव है।

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सिंह राशि

सूर्य गोचर से छठे स्थान में सूर्य के आने से कार्य सिद्धि और सुख की प्राप्ति होती है, अन्न-वस्त्र आदि का लाभ होता है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है, शोक-मोह आदि का नाश होकर चित्त और शरीर स्वस्थ रहते हैं।

कन्या राशि

सूर्य गोचर से पंचम भाव में सूर्य के आने से मानसिक भ्रम उत्पन्न होता है, बुद्धि भ्रमित होने लगती है। ऐसे में जातक को निर्णय गलत होने के कारण अनेक प्रकार के कष्ट एवं पीड़ा सहनी पड़ती है।

तुला राशि

सूर्य गोचर में चतुर्थ स्थान में सूर्य के आने से मानसिक और शारीरिक व्यथा रहती है। घरेलू झगड़ों के कारण सुखों में कमी आ जाती है, जमीन-जायदाद संबंधी अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

वृश्चिक राशि

सूर्य गोचर से तृतीय स्थान में सूर्य के आने से रोगों से मुक्ति, सुख-चैन, शुभ समाचार मिलते हैं। शत्रुओं की पराजय होती है तथा व्यक्ति लक्ष्मी और मान-प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। प्रायः उच्च पद की प्राप्ति होती है।

धनु राशि

सूर्य गोचर से द्वितीय स्थान में सूर्य के आने से मित्रों और संबंधियों से झगड़ा होता है और व्यक्ति का पूरा महीना सुख रहित व्यतीत होता है। व्यापार और धन-संपत्ति की हानि का भय रहता है।

मकर राशि

सूर्य गोचर से प्रथम भाव में सूर्य के आने से धन का नाश होता है। मान-सम्मान में कमी आती है। प्रत्येक कार्य विलंब से संपन्न होता है। संबंधियों, मित्रों और सज्जनों से झगड़ा होने से मानसिक व्यथा रहती है।

कुंभ राशि

सूर्य गोचर से द्वादश भाव में सूर्य के आने से दूर देश का भ्रमण होता है। कार्य एवं पद की हानि होती है। व्यय अधिक रहता है। कई प्रकार की कठिनाइयां झेलनी पड़ती हैं। मित्रों का व्यवहार भी शत्रुतापूर्ण हो जाता है।

मीन राशि

सूर्य गोचर से एकादश भाव में सूर्य के आने से हर प्रकार का लाभ, धन प्राप्ति, नवीन पद और बड़ों के अनुग्रह की प्राप्ति होती है। स्वास्थ्य अच्छा रहता है और आध्यात्मिक एवं मांगलिक कार्य होते रहते हैं।

 

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