धौराभाठा जंगल में अवैध शराब से ग्रामीण परेशान, ग्रामीणों ने कहा शराब से पंचायत चुनाव हो रहा प्रभावित!

महासमुंद: अवैध शराब

कोमाखान। कोमाखान थाना अंतर्गत धौराभाठा जंगल में अवैध शराब की बिक्री होने से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने कहा लगातार आबकारी विभाग को अवैध शराब बिकने की सूचना देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। दिलचस्प तो ये हैं उक्त अवैध शराब को धौराभाठा के पड़़ोसी गांव कोसमर्रा के ग्रामीणों ने अवैध शराब बेचने के लिए लाखों रुपए में ठेका दिया है। लेकिन, कोसमर्रा में नहीं बल्कि धौराभाठा के जंगल में बिक रही है। इससे धौराभाठा गांव का माहौल खराब हो रहा है, ग्रामीणों ने अपने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि अवैध शराब बेचने के कारण वर्तमान में हो रही पंचायत चुनाव पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।

जंगल में हर ब्रांड की शराब उपलब्ध

संबंधित विभाग के संरक्षण में चल रहे शराब के अवैध कारोबार में यहां ओडिशा और छत्तीसगढ़ ब्रांड के देसी और अंग्रेजी शराब आसानी से उपलब्ध हो रहा है। ऐसा नहीं कि इसकी जानकारी संबंधित विभाग को नहीं है, जानकारी होते हुए भी मौन साधे हुए हैं।

दोनों गांव एक पंचायत

दरअसल, कोसमर्रा और धौराभाठा गांव एक पंचायत है। लेकिन, कोसमर्रा के ग्रामीणों ने मनमाने तरीके से गांव में अवैध शराब बेचने के लिए कसेकेरा के मिट्‌टीतेल के नाम से फेमस एक व्यक्ति को शराब बेचने के लिए ठेका दिया है। ग्रामीण बताते हैं यहां रोजाना 30 से 40 हजार रुपए कि बिक्री होती है।

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