छत्तीसगढ़. गरियाबंद. यहां आदमखोर हो चुके तेंदुआ को ग्रामीणों ने पकड़कर फारेस्ट विभाग के हवाले कर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार, इसे पकड़ने के लिए घायल बच्ची की मां ने हिम्मत दिखाते हुए तेंदुए पर जाल फेंका, जिसमें से तेंदुआ बाहर नहीं आ पाया और ग्रामीण और वन विभाग के अफसरों ने उसे दबोच लिया. जैसे ही तेंदुआ जाल में फंसा ग्रामीणों ने जाकर उसे जोर से पकड़ कर रखा। तभी पकड़े जाने के बाद आदमखोर तेंदुआ के शरीर में किसी तरह कि कोई हलचल नहीं हुई, हांलाकि तेंदुआ की क्या स्थिति है जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
SDO मनोज चंद्राकर के अनुसार, तेंदुए को कब्जे में लेने के बाद, अब उसे जंगल सफारी ले जाने की तैयारी हैं. इसकी स्थिति के बारे में कुछ देर बाद स्पष्ट पता चल जाएगा. जानकारी के अनुसार, बारूका में युवक मनहरण यादव (30 वर्षीय) पर हमले के बाद आदमखोर तेंदुए ने एक ढाई साल की किरण को भी घायल कर दिया था. 4 घंटे में आदमखोर तेंदुआ अब तक 02 लोगों पर हमला कर चुका था. तेंदुआ बच्ची के घर के पास ही घूम रहा था. जब दोबारा आदमखोर तेंदुआ घर के पास पहुंचा तो बच्ची की मां ने हिम्मत दिखाकर वॉलीबॉल नेट फेंककर उसे फंसा लिया. मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया. इसके बाद फारेस्ट विभाग को इसकी सूचना दी गई.
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