घोटालेबाज सूर्यकांत तिवारी से मिलने पहुंचे भूपेश बघेल, जेल में नहीं मिली अनुमति, तो भड़के

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोल लेवी मामले में रायपुर सेंट्रल जेल में बंद घोटालेबाज सूर्यकांत तिवारी ने गंभीर आरोप लगाये हैं। आरोप है कि जेल अधीक्षक के चैंबर में बुलाकर उसे धमकाया और दबाव बनाया कि, सौम्या चौरसिया के जरिए पूर्व CM भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करूं। उसके इस आरोप के बाद भूपेश बघेल सेंट्रल जेल पहुंचे। मुलाकात के बाद पूर्व CM भूपेश बघेल ने कहा कि, मैं MLA  देवेंद्र यादव और सूर्यकांत तिवारी से मिलने जेल आया था। लेकिन मुझे सूर्यकांत तिवारी से नहीं मिलने दिया गया।

उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो पूर्व CM मुख्यमंत्री हैं, वर्तमान में MLA हैं बावजूद उन्हें मिलने नहीं दिया गया, जबकि मिलने को लेकर उन्होंने विधिवत तरीके से आवेदन किया था। भूपेश बघेल ने कहा कि वो इस मामले को लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखेंगे। CM को भी पत्र लिखकर घटनाक्रम की जानकारी देंगे।  आपको बता दें कि आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने वकील के माध्यम से कोर्ट में लिखित शिकायत दी है।

पत्र में लिखा है कि, जब वकील मुलाकात के लिए जेल गए थे तो आवेदक ने बताया कि, 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में बुलाया गया था। वहां उन्हें धमकाया गया और भूपेश बघेल का नाम लेने के लिए दबाव बनाया गया। सूर्यकांत तिवारी ने ये भी आरोप लगाया है कि जिन कारोबारी और अफसरों पर घोटाले का आरोप लगा है, उन्हें बुलाकर इसी तरह से दवाब बनाया जाता है। पूछताछ के दौरान अपराधियों की तरह व्यवहार करते हैं। डर से ये कारोबारी और अफसर शिकायत नहीं कर रहे हैं। कारोबारी तिवारी को अपने और परिवार के अन्य सदस्यों को खतरा होने की शिकायत भी की है।

क्या सच बोलेगा सूर्यकांत:

क्या पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर शिकंजा कसता जा रहा है, सूर्यकान्त तिवारी मुंह खोलेगा सच बोलेगा! सूर्यकान्त की छटपटाहट बढ़ी, किस लिए? दो बड़े मुख्य आरोपी और घोटाले मास्टर पुलिस की गिरफ्त में सच्चाई जल्द सामने आएगी। भूपेश बघेल को जेल विभाग ने सूर्यकान्त से मिलने नहीं दिया।

छटपटाहट

कोयला घोटाले के मुख्य सरंगना आरोपी सूर्यकान्त तिवारी जेल से अनाब-शनाब झूठी और मनगढंत चिट्ठी लिख अपनी बातों को हर जगह पहुंचाने का नाकाम कोशिश कर रहे है और उनकी छटपटाहट साफ़ झलक रही है कि वे जल्द से जल्द एन-केन-प्रकारण जमानत में बाहर आ जाए। पुलिस ने सभी रहस्यों के परत बहुत जल्द सिलसिलेवार खुलासे करने के लिए अपनी तैयारी कर रखी है और भूपेश बघेल और तत्कालीन सरकार के सभी कर्ता-धर्ता के भी मामलें में नाम सामने आने के बाद कानून के शिकंजे में धरे जाएंगे।

कोयला घोटाला के सभी अपराधी तथा शामिल कर्ता-धर्तागण अब लगभग पुलिस के शिकंजे में है। दिल्ली से दो बड़े अपरधियों को पुलिस अपने शिकंजे में लेने की खबर आ रही है तथा दोनों आरोपियों ने सच्चाई का उजागर पुलिस के सामने कर दिया है अब सूर्यकान्त तिवारी की पारी। कभी-भी किसी वक़्त पुलिस बहुत बड़ा खुलासा कर बड़े मगरमच्छों को पकड़कर राजनीतिक भुचाल ला सकती है।

एक अन्य मामलें में पिछली सरकार के एक पूर्व मंत्री भी कानून के शिकंजे में फंसते नज़र आ रहे है। वर्तमान में एक अन्य मामलें में फरार रामगोपाल अग्रवाल भी बहुत जल्द कानून के ज़द में आ सकते है और वे सरकारी गवाह बनकर सभी बड़े आरोपी कांग्रेसियों की मुसीबत बढ़ा सकते है। इसी तरह की चर्चा दिल्ली से लेकर राजधानी के गलियारों में जमकर हो रही है। रामगोपाल के सामने आने के बाद ही सच्चाई की सब पार्टी खुलेगी। सच क्या है वो भी आएगा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रामगोपाल के सरकारी गवाह बनने पर होने वाली परिस्थितियों पर चर्चा की लेकिन किसी प्रकार की पुष्टि नहीं हो सकी। कुछ राजनितिक तिकड़म बाजों का कहना है कि रामगोपाल अग्रवाल कभी भी सरकारी गवाह नहीं बनेंगे ये अफवाह मात्र है।

प्रदेश के सबसे लोकप्रिय अखबार में भूपेश बघेल ने कहा कि वो पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधायक है उन्होंने विधिवत रूप से सूर्यकांत तिवारी और देवेंद्र यादव मिलने के लिए आवेदन दिया था।

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