रायपुर। CGPSC 23 परीक्षा गड़बड़ी मामले में गिरफ्तार पूर्व चेयरमेन टामन सिंह सोनवानी और कारोबारी एसके गोयल की न्यायिक रिमांड बढ़ा दी गई है । अब दोनों को 20 दिसबंर तक जेल में रहना होगा । आज न्यायिक रिमांड की पहली अवधि आज पूरा होने पर दोनों को सीबीआई की विशेष कोर्ट पेश किया गया।
जहां से न्यायिक रिमांड बढ़ा दी गई। इस बीच CBI ने इनसे हुई पूछताछ के बाद कल ही पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक के राजनांदगांव स्थित घर में दबिश दी थी। आरती के यहां पहले भी सितंबर में छापे और पूछताछ कर चुकी है।
बता दें कि CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। ईओडब्ल्यू EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है।
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