Chanakya niti: प्राचीर दार्शनिक चाणक्य ने अपनी पुस्तक अर्थशास्त्र में कुछ विशेष प्रकार के व्यक्तियों को अपने घर पर आमंत्रित न करने की सलाह दी है.
गलत काम करने वाले : उन व्यक्तियों पर भरोसा न करें जो आपके दिमाग के साथ चालें खेलते हैं. वो आपको अपने जाल में फंसा सकते हैं. ऐसे लोग चालाक और हानिकारक हो सकते हैं. ऐसे लोगों से दूर रहना ही बेहतर है.
अवसरवादी: सच्चे मित्र कठिन वक्त में आपकी मदद करते हैं. उन लोगों पर ध्यान न दें जो सिर्फ तब आपके पास आते हैं जब उन्हें किसी चीज की जरूरत होती है.
चोट पहुंचाने वाले लोग: उन व्यक्तियों से दूर रहें जो जानबूझकर दूसरों को चोट पहुंचाते हैं और उन्हें कोई पछतावा नहीं होता. ऐसे लोग धूर्तता की परिकाष्ठा तक जा सकते हैं.
जो लोग वेदों को नहीं जानते: चाणक्य ने उन व्यक्तियों से मित्रता न करने की सलाह दी है जिन्हें वेदों का ज्ञान नहीं है, क्योंकि वे जीवन के लिए महत्वपूर्ण मूल्य सिखाते हैं. ऐसे लोगों से दूर रहें जो निपट अज्ञानी हों और मूर्खता की बातें करते हों.
नकली लोग: चाणक्य के अनुसार कुछ व्यक्तियों ईमानदारी से काम करते हैं लेकिन जब आप आस-पास नहीं होते हैं तो आपके बारे में बुरी बातें बोलते हैं. ऐसे लोगों को अपने घर नहीं बुलाना चाहिए. ऐसे लोग आपके घर की छोटी से छोटी बातें दूसरों के साथ शेयर करते हैं.
नकारात्मक बातें करने वाले: ऐसे व्यक्तियों से बचें जो हमेशा नकारात्मक बातें करते हैं, क्योंकि वे आपको भी निराश कर सकते हैं. आपका मन निराशा से भर सकते हैं. आपके घर में नकारात्मकता फैल सकती है.