रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरणसिंह देव ने कहा है कि प्रदेश के विधानसभा परिसर में शुक्रवार को पूर्व CM भूपेश बघेल और कांग्रेस विधायकों द्वारा पत्रकार के साथ की गई धक्का-मुक्की और बदसलूकी लोकतंत्र के मंदिर में कांग्रेस की गुण्डागर्दी का शर्मनाक प्रदर्शन है। श्री देव ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देकर देशभर में ढोल पीटते कांग्रेसी संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की आजादी का सरेआम मखौल उड़ाकर लोकतंत्र का गला घोंट रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने कहा कि शुक्रवार को विधानसभा में पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार करके न केवल अपने कलंकित राजनीतिक चरित्र का परिचय दिया है, अपितु उसने यह धारणा भी पुष्ट कर दी है कि कांग्रेस अब पूरी तरह हिंसक चेहरा अपना दिखा रही है। एक तरफ गुरुवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के रहते बुजुर्ग सांसदों के साथ धक्का-मुक्की करके उनका सिर फोड़ रहे हैं,
दूसरी तरफ कांग्रेस की सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े ने कांग्रेस के नेताओं को खुला आह्वान किया है कि जैसे बलौदाबाजार में किया था, ठीक वैसे ही कलेक्ट्रेट के अंदर घुसकर तोड़फोड़ करें। और उसके तुरंत बाद, अब छत्तीसगढ़ विधानसभा में पत्रकार द्वारा सवाल पूछे जाने पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने उन्हें उंगलियाँ दिखाईं और फिर कांग्रेस विधायकों ने घेरकर उसके साथ धक्का-मुक्की की, पत्रकार को धमकाते हुए औकात में रहने की बात कही, उससे अभद्रता की, उसका माइक छीन लिया, कैमरा छीन लिया। श्री देव ने कहा कि ऐसा दृश्य किसी भी सभ्य और लोकतांत्रिक मूल्यों को समर्पित समाज के लिए बेहद शर्मनाक है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री देव ने कहा कि कुल मिलाकर कांग्रेस केवल हिंसा कर रही है। छत्तीसगढ़ में, और विशेषकर विधानसभा परिसर में ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा गया कि जब पत्रकार को घेरकर उसे घुटनों के बल पर बिठाने का प्रयास किया गया हो, किसी पत्रकार का माइक खींचा गया हो, कैमरा छीन लिया गया हो और उस पत्रकार को कहा गया हो कि तू अपनी औकात में रह। श्री देव ने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के साथ इस प्रकार का बर्ताव निंदनीय है। कांग्रेस ने जो कृत्य शुक्रवार को प्रदेश की विधानसभा में किया है, वह माफी लायक कतई नहीं है।
कांग्रेस विधायकों द्वारा पत्रकार के साथ बतमीजी ,धक्कामुक्की मामले में भाजपा ने पूछा
पूर्व मुख्यमंत्री जिस विधासनभा का नेतृत्व 5 साल करते रहे वहां झूठ बोलने की जरूरत क्यों पड़ी?:अमित चिमनानी
भूपेश बघेल ने सुनील नामदेव को फर्जी पत्रकार बताया जबकि उनके पास विधानसभा का पास भी था ,वो पत्रकार दीर्घा सलाहकार समिति के सदस्य भी है:अमित चिमनानी
यहां देखे कांग्रेसियों की हरकत
कांग्रेस विधायकों और स्वयं के गलत बर्ताव को छुपाने भूपेश बघेल ने झूठ बोला
विधानसभा में कांग्रेस विधायकों द्वारा पत्रकार सुनील नामदेव के साथ की गई धक्कामुक्की और धमकीबाजी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने कांग्रेस से पूछा है कि आखिर ऐसी क्या नौबत आ गई कि कांग्रेस को विधानसभा में झूठ बोलना पड़ा? पूर्व मुख्यमंत्री जिस विधानसभा का मुख्यमंत्री के रूप में 5 साल नेतृत्व करते रहे उन्हें आखिर वहां महाझूठ क्यों बोलना पड़ा?
जिस पत्रकार के साथ कांग्रेस के लोगो ने धक्कामुक्की की, उसे धमकाया, उसे भूपेश बघेल ने फर्जी पत्रकार बताया और कहा कि वह पत्रकार के भेस में घुस आया था यह सिक्योरिटी लेप्स का मामला है जबकि पत्रकार सुनील नामदेव के पास न सिर्फ 16 से 20 दिसंबर 2024 तक हुए विधासनभा सत्र का प्रवेश पास था बल्कि वह छत्तीसगढ़ विधानसभा पत्रकार दीर्घा सलाहकार समिति के सदस्य भी है जिसमें प्रदेश के कुछ चुनिंदा पत्रकार ही सदस्य है।
अमित ने कहा एक पूर्व मुख्यमंत्री जो 5 साल तक जिस विधानसभा का नेतृत्व करते रहे उन्हें झूठ बोलते हिचक क्यों नहीं हुई? पूर्व मुख्यमंत्री का यह कृत्य विधानसभा के प्रति लोगों के विश्वास पर आघात करने वाला कृत्य है विधानसभा में कहे गए शब्दों को जनता पूर्णत: सत्य मानती है विधानसभा के प्रति जनता श्रद्धा भाव रखती है ऐसे में एक पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में इस प्रकार से झूठ कहना ,
जनता को गुमराह करना, न सिर्फ निंदनीय है बल्कि और गैरसंवैधानिक भी है। जिस संविधान को हाथ में लेकर कांग्रेस के नेता घूम रहे हैं उसी संविधान की धज्जियां वह रोज उड़ा रहे हैं विधानसभा में कहे गए इस झूठ के बाद कांग्रेस की विश्वनीयता पूरी तरीके से समाप्त हो चुकी है पूर्व मुख्यमंत्री को शायद स्वयं द्वारा किए गए हमारे अमर्यादित व्यवहार और कांग्रेस के विधायकों द्वारा की गई गुंडागर्दी को छुपाने के लिए यह महा झूठ बोलना पड़ा।
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