Russia Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार, रूस ने चेर्नोबिल परमाणु पावर प्लांट पर ड्रोन हमला किया है. जेलेंस्की ने कहा कि रूसी ड्रोन ने प्लांट के रेडिएशन शेल्टर को निशाना बनाया. यह शेल्टर पहले से ही नष्ट हो चुके रिएक्टर को ढंकने के लिए बनाया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला चेर्नोबिल प्लांट के पूर्व चौथे पावर यूनिट के शेल्टर पर हुआ, जिससे वहां आग लग गई. हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और अब तक रेडिएशन स्तर में कोई इजाफा दर्ज नहीं किया गया है. ताजा ड्रोन हमले से तत्काल कोई बड़ा संकट पैदा नहीं हुआ है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में ऐसे हमले गंभीर रेडिएशन रिसाव का कारण बन सकते हैं.
जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर चेरनोबिल रिएक्टर के ऊपर बने विशाल सुरक्षा कवच (सार्कोफेगस) को हुए नुकसान की तस्वीरें साझा कीं. यह शील्ड 275 मीटर चौड़ी और 108 मीटर ऊंची है और इसे $1.6 बिलियन की लागत से बनाया गया था ताकि अगले 100 सालों तक रेडिएशन के रिसाव को रोका जा सके.
ड्रोन हमले के बाद काबू में हालात
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने भी इस हमले की पुष्टि की. IAEA ने कहा कि फायर सेफ्टी टीम कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच गई थी. एजेंसी ने यह भी बताया कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है और संयंत्र के अंदर और बाहर रेडिएशन का स्तर सामान्य बना हुआ है.
IAEA के निदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने चेतावनी देते हुए कहा कि ‘ऐसे हमलों के बीच किसी तरह की लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं है.’ उन्होंने यह भी कहा कि एजेंसी ‘हाई अलर्ट’ पर बनी हुई है.
चेर्नोबिल: दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु त्रासदी
1986 में चेर्नोबिल में हुए परमाणु विस्फोट को दुनिया की सबसे भयावह परमाणु आपदाओं में गिना जाता है. इस दुर्घटना के बाद रेडियोएक्टिव रेडिएशन यूरोप के बड़े हिस्से में फैल गया था, जिससे लाखों लोगों की जान को खतरा हुआ था.
यहां देखें वीडियो
‘रूस ने चेर्नोबिल में nuclear reactor पर किया हमला’, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का दावा