Loksabha speaker संसद की पहली अग्निपरीक्षा में मोदी सरकार पास हो गई है. NDA के कैंडिडेट ओम बिरला स्पीकर चुन लिए गए हैं. संसद में ध्वनिमत से ओम बिरला को नया स्पीकर चुन लिया गया है. ओम बिरला 18वीं लोकसभा के स्पीकर होंगे. इससे पहले भी वही लोकसभा स्पीकर थे.
Lok Sabha Speaker: पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सहमति बनाते थे. ऐसा पहली बार हुआ, जब इस पद के लिए वोटिंग होगी, NDA और इंडिया गठबंधन में अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है. NDA ने एक बार फिर ओम बिरला को मेदान में उतारा है. वहीं इंडिया गठबंधन में कांग्रेस सासंद के सुरेश का नाम दिया गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस पद पर चयनित उम्मीदवार को कितना वेतन मिलता है? आइए जानते हैं स्पीकर का क्या काम होता है और उन्हें क्या-क्या सुविधाएं दी जाती है.
लोकसभा स्पीकर की सैलरी
यह पद बेहद अहम है, जो मंत्री और सांसदों से भी ज्यादा पावरफुल होता है. 1954 के एक्ट के अनुसार लोकसभा स्पीकर को सैलरी के साथ-साथ भत्ते और पेंशन भी दी जाती है. इस एक्ट में साल दिसंबर 2010 में अमेंडमेंट किया गया था. संशोधित संसद अधिनियम 1954 के अनुसार लोकसभा स्पीकर को बतौर सांसद 1 लाख रुपये और 70,000 रुपये महीने का निर्वाचन क्षेत्र भत्ता मिलता है. स्पीकर को उनके पूरे कार्यकाल के दौरान संसदीय सत्रों या समिति की बैठकों में भाग लेने के लिए 2,000 रुपये दैनिक और 2000 रुपये आतिथ्य भत्ता भी दिया जाता है.
Speaker पेंशन
Speaker लोकसभा स्पीकर भी संसद का सदस्य होता है. उन्हें कार्यकाल पूरा करने पर संसद विधेयक 2010 के अनुसार 20,000 की रुपये मंथली पेंशन मिलती है. इसके अलावा 1,500 का अतिरिक्त भत्ता भी मिलता है.
ये मिलती हैं सुविधाएं
- स्पीकर को कैबिनेट मंत्रियों के समान ही सुविधाएं दी जाती हैं.
- Speaker को अपने और परिवार के सदस्यों के लिए घरेलू या अंतरराष्ट्रीय यात्रा भत्ता मिलता है, जिसमें फ्री आवास, परिवहन और बोर्डिंग सेवाएं शामिल हैं.
- पूरे कार्यकाल के दौरान सरकारी बंगले में रहने की सुविधा मिलती है.
- Speaker और उनके परिवार को फ्री हेल्थ सर्विसेस मिलती हैं.
- कार्यकाल के दौरान एक निश्चित सीमा तक फ्री बिजली, फोन कॉल, नौकर, कर्मचारी की सुविधाएं भारत सरकार की ओर से दी जाती है.
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