कोमाखान (महासमुंद)। शास्त्रों में वर्णित युगों को व्यक्ति अपने पुण्यों के आधार पर हासिल कर सकते हैं। जो जैसा कर्म करेगा वैसा उसे फल मिलेता है। हर जीवधारी में भगवान है, गीता में स्वयं भगवान ने कहा कि मरने वाला और मारने वाला वह स्वयं है। जब यह कई बार प्रमाणित हो गया है कि हमारे भीतर स्वयं भगवान विराजित हैं तो हमें भगवान के अनुकुल अपने शरीर को शुद्ध रखना चाहिए, जैसा कि हम मंदिर को रखते हैं।
कुलिया गांव में श्री द्वारिकाचरण गजेंद्र स्मृति श्रीरामकृष्ण भक्ति महोत्सव में आए श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की कथा सुनाते हुए कथा व्यास भागवताचार्य पं शंकु स्वामी जी महाराज ने बताया कि मनुष्य को ज्ञात होना चाहिए कि उनका मन और तन मंदिर के समान है उसे शुद्ध और निर्मल रखें। उन्होंने कहा कि व्यक्ति यदि अपने भीतर के ‘राम-कृष्ण’ को जागृत कर ले तो वह अवश्य ही कलयुग में ‘त्रेता-द्वापर का सुख प्राप्त करेगा।
महोत्सव में 26-27 जनवरी को छत्तीसगढ़ की प्रख्यात मंडलियां देंगी संगीतमय रामायण की प्रस्तुति
कुलिया के अन्नपूर्णेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित महोत्सव के तहत आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में आचार्य शंकु स्वामी जी महाराज ने श्रद्धालुओं को गौकर्ण और धुंधकारी की कथा सुनाते हुए कहा कि व्यक्ति को संयमित जीवन जीना चाहिए, संयमित जीवन जीने से जानवर भी मनुष्य के रूप को प्राप्त कर सकता है, तो मनुष्य अपने संयम से देव रूप को कैसे प्राप्त नहीं कर लेगा।
शिव-सती के चरित्र की कथा को सुनाते हुए उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि मंदिर-देवालय और संत-समागन स्थल यानि जहां भगवान की कथा चल रही हो उसे छोड़कर व्यक्ति को बिना बुलाए कहीं नहीं जाना चाहिए। मुख्य यजमान डा नीरज गजेंद्र और उनके परिवार द्वारा आयोजित महोत्सव में कथा व्यास ने ध्रुव और प्रहलाद की भक्ति का वर्णन करते हुए कहा कि जिस प्रकार ध्रुव-प्रहलाद ने अपने शुद्ध मन से भगवान को बुलाया, उसी प्रकार व्यक्ति निर्मलभाव से अपने कार्य को करेगा तो निश्चय ही उसे कर्मफल मिलेगा।
राम अवतार की कथा में होली-दीवाली जैसा माहौल –
श्रीमद्भागवत कथा के चौथे और पांचवे दिन वामन, राम और कृष्ण अवतार की कथा कहते हुए कथा व्यास ने कृष्ण की बाल लीला का वर्णन किया। गोवर्धन धारण की कथा सुनाई और श्रद्धालुओं ने भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद अर्पण किया। आयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा और प्रभु विग्रह के विराजित होने की खुशी के दिन कथा में श्रीराम-कृष्ण अवतार सुनकर श्रद्धालु खुशी से झुम गए।
इस सुखद संयोग के अवसर पर ग्रामीणों ने उत्सव महनायाद्व आतिशबाजियां की, पुष्पवर्षा कर गांव में जगह-जगह दीप-प्रज्जवलित कर खुशियां मनाई गई। कथा स्थल पर आम भंडारे का आयोजन किया गया।
राम अवतार की खुशियों में दो दिनी रामायण कल से –
अयोध्या में भगवान श्रीराम के पुन:प्रतिष्ठित होने और श्रीमद्भभागवत की कथा में रामावतार की कथा को यादगार बनाने के लिए महोत्सव में श्री रामचरित्र मानस गान का आयोजन किया गया है। रामायण के इस आयोजन में 26 जनवरी को विश्राम यादव संयोजित झारा मानस परिवार, चिंताराम सेन संयोजित राग रंग मानस परिवार खल्लारी और खिलावन साहू के निर्देशन में प्रज्ञा मानस परिवार सोरिद की प्रस्तुति होगी। इसी तरह 27 जनवरी को गुदगुदा के प्रेमलाल साहू, कोटगांव के डा संतोष साहू और कवर्धा के फन्नूदास बैरागी अपनी टीम के साथ रामायण की संगीतमय प्रस्तुति देंगे।
और पढ़ें
श्रीरामकृष्ण भक्ति महोत्सव में पहुंचने वाले श्रद्धालु मुफ्त में करा सकेंगे स्वास्थ और रक्त परीक्षण
श्रीराम जन्म की खुशियों में दिखेगी अयोध्या की छवि
19 जनवरी से श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ और 26-27 को श्रीराम चरित्र मानस गान होगा।
https://www.facebook.com/webmorcha