रायपुर। प्रदेश में कुछ कर्मचारी संगठन के तथाकथित नेता संगठन को आय का जरिया बना लिये हैं तथा अपने ही कर्मचारी साथीयों का इस माध्यम से शोषण कर रहे हैं । ऐसा ही एक मामला महासमुंद का है जहां एक वन विभाग के एक दैनिक वेतन भोगी के उपर आरोप है कि वो दैनिक वेतन भोगी कर्मचारीयों को कार्य से पृथक करने की धमकी देता है और षड़यंत्र करता है तथा अवैध वसुली के माध्यम से लाखों करोड़ों की सम्पत्ति एकत्र किया है । ऐसे अनेकों आरोप लगाया गया है जिस संबंध में संबंधित कर्मचारी को विभाग के द्वारा नोटिस कर जवाब मांगा है ।
वहीं कर्मचारी नेता दिनेश शर्मा का कहना है कि ऐसे परजीवि खटमल जो कर्मचारियों के विरुद्ध षड़यंत्र करते है और शोषड़ करते हैं और कार्यवाही से बचने आंदोलन को अपने रक्षार्थ दुरुपयोग कर रहें है के उपर न्यायिक जाँच होना चाहिए ।
श्री शर्मा ने कहा कि संवैधिक पद विधान सभा अध्यक्ष का घेराव करना अवैधानिक है जिसका हम विरोध करते हैं । हम इस बात के लिए हमेशा आभारी रहेंगे कि डॉ रमन सिंह जी के मुख्यमंत्री कार्यकाल में 1988 व 1997 पूर्व के दै वे भो कर्मचारियों को नियमितिकरण का सौगात मिला है यह बात उन संगठनों को स्मृति में रखना चाहिए जो आज विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ।
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