कोमाखान राज परिवार के थियेंद्र प्रताप का निधन, शोक में डुबा क्षेत्र

महासमुंद। कोमाखान राज परिवार के सदस्य एवं राधाकृष्ण मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष थियेंद्र प्रताप सिंह का बीती रात आकस्मिक निधन हो गया है।

स्मृति शेष ठाकुर थियेंद्र प्रताप सिंह

आपका जन्म कोमाखान जमीदार ठाकुर भानुप्रताप पिता कृषि वैज्ञानिक ठाकुर नरेंद्र प्रताप माता श्रीमती बाल कुमारी के  गर्भ से हुआ। आपकी प्रारंभिक शिक्षा कोमाखान राजकुमार कालेज रायपुर में हुई, उच्च शिक्षा एमबीए की शिक्षा नागपुर से की। उन्होंने पढ़ाई के बाद खेती किसानी में विशेष ध्यान देकर उन्नत खेती करने लगे, फसल चक्र परिवर्तन, जैविक कृषि, जैव पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर कार्य करते रहे, आपने सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों बढ़चढ़ कर भाग लिया, सुअरमार गढ़ के संरक्षण, एवं कोमाखान राज परिवार के ऐतिहासिक दस्तावेजीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका, सुअरमार गढ़ के संरक्षण, ऐतिहासिक पुरातत्विक स्थल घोषित कराने में आपका अथक प्रयास रहा। राधाकृष्ण मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष रहते हुए धार्मिक कार्यक्रमों भागीदारी रही। आदिवासी समाज  की रैलियों में अग्रपंक्ति में ध्वज लिए प्रेरित करते।

आप सादगी के प्रतिमूर्ति थे, सहजता धीरज  धैर्य, मृदु भाषी होने के साथ बहुत अच्छे श्रोता थे, चुने हुए शब्दों का प्रयोग करते, उनके पेंट कुर्ता गमछा के साथ खेती वाले घुटने तक के जूते उनकी खास पसंद रही। आप सादा भोजन, अल्पाहारी, अल्प व्ययी जीवन शैली लोगो को प्रेरित करता रहेगा।

अंत्येष्टि कार्यक्रम की सूचना

आज 26 अक्टूबर 2024 को ठाकुर थियेंद्र प्रताप सिंह की अंतिम यात्रा निवास स्थान चकचकी से दोपहर 2 बजे कोमाखान राजमहल के लिए निकलेगी, बाड़ा में अंतिम दर्शन के साथ पूर्वजों के स्थल पर 4 बजे तक सम्पन्न होगी।

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