Alert: ओडिशा में आए चक्रवात का असर छत्तीसगढ़ में पड़ता ही है। हालांकि इसका व्यापक प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन तेज हवाएं व बारिश होने का सिलसिला रहा है। तेज हवाएं चलने से धान की फसल गिर जाएगी। इससे किसानों का बड़ा नुकसान होगा। मौसम विभाग IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, 40 KM की गति कोई कम नहीं होती। इससे कई बार पोल उखड़ जाते हैं। होर्डिंग व पोस्टर भी उड़ जाते हैं।
इन दिनों छत्तीसगढ़ में धान कटाई का काम चल रहा है। बारिश से नुकसान होने की आशंका है। इस समय रात में वनांचल क्षेत्र में ठंड महसूस होने लगी है।
तट पर पहुंचा चक्रवात
ओडिशा के तटीय इलाकों में गुरुवार की सुबह भारी बारिश हुई और तूफानी हवाएं चलीं तथा समुद्र की स्थिति भी खराब रही क्योंकि चक्रवाती तूफान ‘दाना’ राज्य के तट के करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। आईएमडी ने बताया कि ओडिशा के भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह पर शुक्रवार को तड़के चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के पहुंचने की संभावना है
चक्रवाती तूफान दाना आज, 24 अक्टूबर को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने वाला है, जिससे इन राज्यों में भारी तबाही की आशंका है। मौसम विभाग ने तूफान की गंभीरता को देखते हुए दोनों राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। तूफान के तट से टकराने के समय इसकी गति 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच हो सकती है, जिसके कारण तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी। कोलकाता एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें गुरुवार शाम 6 बजे से शुक्रवार सुबह 9 बजे तक के लिए रोक दी गई हैं।
ओडिशा सरकार ने इस चक्रवात से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी दी कि राज्य के तटीय इलाकों से 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। बुधवार शाम तक 3 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। तूफान के आज रात उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराने की संभावना है, जिसके कारण भूस्खलन भी हो सकता है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पुरी और भितरकनिका के पास इस तूफान का सबसे ज्यादा असर हो सकता है। बिहार और झारखंड में भी तूफान का असर देखने को मिल सकता है, जिससे उन क्षेत्रों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।