Mahashivratri में जप लिए ये मंत्र तो पूरे साल मनोकामना से भर जाएगा

Mahashivratri 2024

Mahashivratri 2024: नित्य पूजा पाठ, सतकर्म, दान-पुण्य दूसरों की मदद करके हम आपने भाग्य को संवार सकते हैं. जो लोग नियमित रूप से पूजा-पाठ नहीं कर पाते हैं, साथ ही जिन लोगों को  विशेष रूप से भोले बाबा में आस्था है, उन्हें शिवरात्रि के इस पवित्र अवसर को हाथ से यूं ही जाने नहीं देना है.

Mahashivratri 2024: यदि हम शिवरात्रि के दिन का अच्छी तरह से उपयोग करें, तो हम हमारे भाग्य को बदल सकते हैं.  हम सभी के लिए शिवरात्रि के दिन को  समझना अति आवश्यक है. इस दिन पूरे यूनिवर्स को एक विशेष ऊर्जा प्राप्त होती है. इस ऊर्जा का उपयोग करने से हम अपनी मनोकामना पूर्ण कर सकते हैं. मनुष्य का जन्म माता-पिता द्वारा होता है. जन्म देने वाले पिता के ऊपर परम पिता परमेश्वर होते हैं.

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ज्योतिष के अनुसार पिता सूर्य एवं माता चंद्रमा होती हैं. शिवरात्रि Mahashivratri  एक खगोलीय घटना है, इस समय सूर्य और चंद्र की विशेष स्थिति होती है. शिवरात्रि में सूर्य कुंभ राशि में होता है, जबकि सूर्य की अपनी राशि सिंह होती है यह उसका खुद का घर होता है. शिवरात्रि को सूर्य अपने घर से 180 डिग्री पर यानी ठीक सामने कुंभ राशि में रहते हैं जहां से वह अपने घर को देखते हैं. ठीक उसी प्रकार माता कारक चंद्रमा शिवरात्रि में मकर राशि में होते हैं, चंद्रमा की अपनी राशि यानी अपना घर कर्क राशि होती है. चंद्रमा अपने घर यानी कर्क से 180 डिग्री पर यानी ठीक सामने मकर राशि में रहते हैं.

08 मार्च शुक्रवार
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पूरी होगी हर मनोकामना

Mahashivratri 2024:  सूर्य और चंद्र अपने घर से 180 डिग्री दूर बैठ कर जीव पर पड़ने वाले सत्व, रजस और तमस गुणों के प्रभाव को कम करते हैं, जिससे शिव तत्व जागृत होता है. इसलिए इस रात्रि को शिव की रात्रि कहा गया है. शिवरात्रि में साधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. ज्ञानी, तपस्वी लोग शिवरात्रि को सोते नहीं है बल्कि साधना करते हैं, इस महाकाल रात्रि में की गई साधना सिद्ध होती है.

करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप

Mahashivratri 2024: इस दिन महामृत्युंजय जाप या रुद्राष्टकम का पाठ या ऊँ नमः शिवाय का जाप करने से इच्छापूर्ति होती है, साथ ही आध्यात्मिक रूप से भी उन्नति होती है. भोले बाबा के नाम का जाप करने से भी अंतःकरण शुद्ध होता है. शिवरात्रि का अवसर हमारे कर्मों के ऊपर उठने का अवसर है. यदि आपने इस काल का सही तरह से उपयोग किया तो यह सुनिश्चित है कि आपके भाग्य में परिवर्तन होगा, यह समय काल भाग्य परिवर्तित करने का अवसर देता है.

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महाशिवरात्रि: 08 मार्च भोलेनाथ
Mahashivratri: 08 March Bholenath

महाशिवरात्रि: 08 मार्च भोलेनाथ को प्रसन्न करने का दिन है। शास्त्रों के अनुसार शिवशंकर का विधि-विधान से पूजा करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं। आजशिवजी को पंचामृत अर्पित करें. जिसके बाद शिवलिंग पर फूल, धूप, फल, दीप समेत सारी पूजन विधि चढ़ाएं. यह सब चढ़ाने के बाद खीर का भोग लगाएं और शिव मंत्रों व शिव चालीसाका पाठ करें. आखिर में सभी देव-देवताओं के साथ उनकी आरती उतारें. आइए जानते हैं महाशिवरात्रि से किन राशियों को भोलशंकर की कृपा मिलेगी…

 

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